पौडी। जिला अस्पताल पौड़ी में तैनात डॉक्टरों से पीजी हॉस्टल में मारपीट का मामला तूल पकड़ने लगा है। मारपीट के विरोध में डॉक्टरों ने बुधवार को अस्पताल में ओपीडी का संचालन बंद कर दिया। जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खासकर दूर दराज के इलाकों से इलाज कराने पहुंचे मरीजों को परेशानी हुई।
गौर हो कि बीते 27 फरवरी यानी रविवार देर रात को पौड़ी जिला अस्पताल के डॉक्टरों से पीजी हॉस्टल में कथित मारपीट का मामला सामने आया था। आरोप था कि पीजी गेस्ट संचालक ने लाठी से डॉक्टरों के साथ मारपीट की। डाक्टरों की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने पीजी संचालक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया। बताया जा रहा हैकि जिला अस्पताल पौड़ी करीब एक साल से पीपीपी मोड में संचालित हो रहा है। वहीं, मकान मालिक गुंजन नेगी ने डाक्टरों पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आए दिन डाक्टरों की ओर से नशे में चूर होकर शोर मचाया जाता है। जिससे उनके स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को डाक्टरों के कारमानों की पहले भी जानकारी उपलब्ध कराई गई। बावजूद इसके डाक्टरों की हरकतें सही नहीं हुईं। बुधवार को डॉक्टरों के साथ मारपीट के विरोध में जिला अस्पताल की ओपीडी बंद रखी गई। हालांकि, इस दौरान आपातकालीन सेवाएं खुली रही। अस्पताल प्रबंधन ने मेन गेट पर ओपीडी बंद की सूचना भी चस्पा की हुई थी।पीपीपी मोड के चिकित्सालय के एमएस डॉक्टर पीके जैन की मानें तो डॉक्टरों ने इस मामले में अपना विरोध दर्ज करवाया है। जिसके कारण बुधवार को डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे। प्रबंधन ने इस मामले में कोतवाली में भी तहरीर दी है।