देहरादून। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून के विशिष्ट शिक्षा एवम अनुसंधान विभाग द्वारा भारतीय पुनर्वास परिषद से मान्यता प्राप्त दो दिवसीय (26– 27 सितंबर) राष्ट्रीय स्तरीय CRE कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के अष्टावक्र सभागर में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “विशेष शिक्षा में शिक्षण-सह-अधिगम सामग्री का उपयोग’’ है। कार्यक्रम की शुरुआत श्री अमित कुमार शर्मा (प्रधानाचार्य, एमएसवीएच),डॉ. विनोद केन (विभागाध्यक्ष, विशेष शिक्षा और अनुसंधान), सहायक प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार, डॉ. सुनील शिर्पुरकर और डॉ. रेवती द्वारा दीप प्रज्वलन कर की गई।
अपने संबोधन में, श्री सुनील शिरपुरकर ने शिक्षण-सीखने के तरीकों (TLM) को एक प्रभावी शिक्षण सहायक के रूप में प्रस्तुत किया, जो अधिकांश बच्चों को दृश्य सामग्री के माध्यम से बेहतर याद रहती है।
डॉ. पंकज कुमार ने प्रतिभागियों को बताया कि NEP 2020 में TLM को और आकर्षक बनाए जाने पर जोर दिया गया है । डॉ. विनोद कुमार केन ने CRE कार्यक्रम में विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए शिक्षण-सीखने के तरीकों के उपयोग पर प्रकाश डाला। श्री अमित शर्मा ने विविधता और समावेशन के वर्तमान परिदृश्य में TLM के महत्व पर विचार व्यक्त किए।
दो दिवसीय इस CRE कार्यक्रम के दौरान, विशेषज्ञ विशेष शिक्षा क्षेत्र में शिक्षण सीखने की सामग्री से संबंधित विभिन्न पहलुओं और मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे, जिससे विशेष शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान, जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा मिल सकेगा । इस कार्यक्रम में संस्थान के विशेष शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के छात्र- छात्राओं सहित देशभर से आए प्रशिक्षु भाग ले रहे हैं।