देहरादून-। – इंसान की इच्छा शक्ति प्रबल हो तो वह किसी भी परिस्थिति में अपनी कठिनाइयों पर विजई प्राप्त कर सफल हो जाता है। इसी सफलता का नजीर बन रहे हैं डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा जिन्होंने अपने श्री राम एमएनडी सेंटर देहरादून के माध्यम से चार धाम यात्रा के सपने देखने वाले असमर्थ श्रद्धालुओं को मदद कर रहे हैं। अपने एमएनडी सेंटर के माध्यम से मोटर न्यूरॉन डिजीज से ग्रसित मरीजों को आयुर्वेद के पारंपरिक पद्धति से इलाज कर ठीक कर रहे हैं और उन्हें अपने सपनों को साकार करने में मदद कर रहे हैं। बताते चलें कि मोटर न्यूरॉन डिजीज नसों को गला देने वाला जानलेवा रोग जिसका पूरे विश्व में कोई इलाज नहीं हैं और यह एक गंभीर बीमारी हैं जिसमे रोगी को बहुत पीड़ा पहुंचती है। मरीज को उठने, बैठने एवं चलने में अत्यधिक परेशानियां होती है, कई बार मरीजों को बोलने में भी बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
असम से आए हुए एक मरीज ने बताया कि वो भारत के कई राज्यों में अपना इलाज करवाने में असफल रहा परंतु जब वह उत्तराखंड के पारंपरिक आयुर्वेदिक इलाज के प्रति आकर्षित होकर अपना इलाज करवाया तो कुछ ही दिनों में वह स्वस्थ होना शुरू हो गया और उसने अपनी कठिन चार धाम यात्रा पुरी की। उसने कहा मेरे हाथ-पैर काम नहीं कर रहे थे परंतु बाबा केदार के आशीर्वाद से मैं केदारनाथ धाम में जाकर बाबा के दर्शन किए एवं आशीर्वाद प्राप्त किया, यह मेरे जीवन में एक चमत्कार से काम नहीं है और इस यात्रा को पूर्ण करने में डॉक्टर आशीष गिल्होत्रा ने पूरी निष्ठा से मेहनत की है।
इस बीमारी के प्रति जन जागरूकता अभियान फैलाने के लिए श्री राम एमएनडी सेंटर ,राजपुर रोड , देहरादून में एक कैंप चल रहा है जहां श्रद्धालु एवं अन्य मरीज अपना इलाज करवा सकते हैं और निशुल्क परामर्श ले सकते हैं।