देहरादून। उत्तराखण्ड के वरिष्ठ पत्रकार जीत मणी पैन्यूली ने कहा कि विगत कुछ वर्षौ से पत्रकारों का उत्पीडन हो रहा है। जोकि देश के लोकतंत्र की हत्या के समान है।
दून स्थिति गांधी पार्क में धरना देकर बलिया में हुए पत्रकारों के साथ अत्याचार का विरोध करते हुए वरिष्ठ पत्रकार जीतमणी पैन्यूली ने कहा कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करना पत्रकारिता पेशे का अंग है। जिससे कि सरकार और जनता जागरूक बन सके। किन्तु कुछ सालांे से देखने में आ रहा है कि भ्रष्टाचारियों के दिलों से कानून का खौफ ही समाप्त हो गया है। उल्टे भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर कानून के रखवाले पत्रकारों का उत्पीडन करने पर आमादा है। इस मामले में प्रदेश और केन्द्र की सरकार ने चुप्पी साध रखी है। जोकि लोकतंत्र की मर्यादाओं के साथ सीधे तौर पर खिलवाड है। उन्होंने कहा कि वे किसी भी कीमत पर देश के लोकतांत्रिक परमपराओं की हत्या नही होने देखेंर्। इंट का जवाब पत्थर से देना पत्रकारों को भी आता है।